Abhija
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| Sunday, November 18, 2007 - 12:41 pm: |
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Thanks, Alex! :-) Are Palghar javaL kuthe tari ek motha talaav aahe. mahit ahe ka tula?
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Abhija
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| Sunday, November 18, 2007 - 12:57 pm: |
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"सिलेक्टिव्ह कलरिंग टेक्निक" चा हा माझा पहिलाच प्रयत्न! नॅशनल पार्कला गेलो होतो तेव्हा परत निघताना हा फोटो काढलाय. पाय-यांचा पॅटर्न मला आवडला म्हणून फोटो काढला! फोटो काढून झाल्यावर कौतुकाने दाखवला, तर म्हातारी माझ्यावरच कावली! म्हणे, " आधी नाही का सांगायचं, डोक्यावरून पदर तरी घेतला असता! " :-)

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Itgirl
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| Sunday, November 18, 2007 - 4:33 pm: |
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अभिजीत, एकदम सही फ़ोटो
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Ajai
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| Monday, November 19, 2007 - 2:21 am: |
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अभिज़ीत्- पालघर जवळ देवकोप येथे मोठा बंधारा आहे. (पालघर मनोर रोडवर वाघोबाच्या खिंडित). तु बहुतेक त्याबद्दल विचारतोयस. मिलिंद गुणाजीच्या भटकंती पुस्तकात त्याचा फोटो होता
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 4:42 am: |
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धन्यवाद अजय! पण मला अजुनही आठवत नाही. मुंबई-पालघर सायकलीवर मी वाघोबाच्या खिंडीतूनच गेलो होतो:-) असो! तिथे फार छान फोटो मिळतात असे ऐकले आहे. बघू कधी योग येतो ते!
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 6:03 am: |
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नॅशनल पार्कला खूप फोटो काढले. सगळे काही इथे पोस्ट करता येणार नाहीत. ब्लॉगवर काही फोटो पोस्टतोय त्याची लिंक देईन. सध्या इथे एक फोटो पोस्टलाय :-)
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Ajai
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| Monday, November 19, 2007 - 6:34 am: |
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अभिजीत्- तू मुंबईकडुन हायवेने आलास तर खिंड संपल्यावर बंधारा दिसेल. पावसाळ्यात वाघोबाच्या देवळाच्या आसपास दोन तीन छान धबधबे तयार होतात ( PWD ने सौन्दर्य स्थळ म्हणुन पाटी लाऊन त्यांची वाटही लावलेय ) वाघोबाच्या देवळाजवळुन वर काळमेघाचा ट्रेक करता येतो. हे आदिवासी दैवत आहे पाऊस पडायला उशीर झाला तर आदिवासी इथे वर जाउन पुजा करतात आणि 'कामड्या' नावाचा नाच करतात. मीही कधितरी तिथे जाऊन शूट करणार आहे. खर म्हणजे मनोर ते केळवेसातपाटी अशी 'पालघर स्केप्स' करायची आहेत. national park चा फोटो छान, गांधी टेकडी वरुन खालच्या दरीत towards east काही काढले असशील तर पोस्ट कर. मी काही वर्षांपुर्वी काढले होते पण आत्त negatives सापडत नाहियेत
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Jayavi
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| Monday, November 19, 2007 - 6:44 am: |
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अरे काय सही फ़ोटॊ आहे रे अभिजित हे selective colouring technic....... एकदम झकास आणि त्या आजींचं बरोबर आहे..... का नाही सांगितलंस आधी त्यांना ;) अरे आपल्या मॉडेल्स ना असं बेसावध असताना टिपायचं नसतं ;)
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 7:24 am: |
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Ajay, mahiteebaddal dhanyavaad!:-) kelve-satpati scapes idea solid aahe;-) gandhi tekDi war sandyakali jayla pahije...parat yayla usheer hoto mhanoon tithe gelo nahee farsa..aata jayla pahije. Jayashree, thanks:-) mala te model far awaDale;-)
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अभिजित सुंदर आजीबाईंचा फोटो फ़ार छान आलाय..!! हाजिअलिचे पण फोटो सुरेख आहेत.
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 9:53 am: |
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Thanks for your comment, Lopa:-)
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Zakasrao
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| Monday, November 19, 2007 - 10:52 am: |
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अभिजित तो नॅशनल पार्कवाला फ़ोटो अप्रतिम आहे. बाकीच्या फ़ोटोंची वाट बघतोय रे
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 11:08 am: |
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झकास, धन्यवाद रे! :-) ब्लॉगवर फोटो लावेन २-३ दिवसांत:-)
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Abhija
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| Monday, November 19, 2007 - 2:10 pm: |
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वैभवची डोह नावाची अतिशय सुंदर कविता मायबोलीवर प्रसिद्ध आहे. त्या कवितेच्या प्रभावामुळेच हा फोटो काढण्याची इच्छा झाली. :-)

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Ajai
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| Monday, November 19, 2007 - 4:01 pm: |
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Petronas Twin Towers Malaysia
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Abhija
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| Tuesday, November 20, 2007 - 2:21 am: |
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फोटो छान आहे, अजय! एकदम क्रिस्प!!
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Ajai
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| Tuesday, November 20, 2007 - 5:56 am: |
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धन्यवाद अभिजित.. BTW तू झोपतोस कि नाही. एव्हढ्या सकाळी सकाळी प्रतिक्रिया दिलीयेस

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Itgirl
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| Tuesday, November 20, 2007 - 6:54 am: |
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दोन्ही फ़ोटो खूप सुंदर आहेत अजय, आवडले
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Jayavi
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| Tuesday, November 20, 2007 - 7:12 am: |
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अजय........ दोन्ही फ़ोटॊ अतिशय आवडलेत अभिजित, डोह चित्र अप्रतिम !! कसली जागा निवडली आहेस रे ! फ़ोटो बघितला की असं वाटतं आपण तिथेच आहोत. वरच्या झाडाचं पाण्यातलं प्रतिबिंब तर कातिल !! मान गये उस्ताद !! मी सुद्धा तुझा हा डोह माझ्याकडे ठेवून घेतलाय 
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Ajai
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| Tuesday, November 20, 2007 - 7:22 am: |
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Dhanyavaad @ Itgirl, Jayavi ............
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