Bsk
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| Friday, October 12, 2007 - 11:56 am: |
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नीलू.. तुझं चित्र पाहून काढायचा प्रयत्न करायचा अपराध केला मी.. धाडस होत नाहीय माझं चित्र इथे टाकायचे.. असंख्य सुधारणा हव्या आहेत! पण असं चित्र मी कधी काढले नव्हते..मधे एकदा, संकल्प द्रविडचे पाहून वैशाली चे पेन स्केच काढून पाहीले..त्याची पण तीच गत..ते नंतर टाकीन..मुळातली चित्रे फारच सुंदर आहेत! पण टाकते जाऊदे.. अर्थात तुझ्याल चित्राला तोड नाही आहे! (स्कॅनर नसल्याने,सेल वर फोटो घेतला आहे.. ) 
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Neelu_n
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| Friday, October 12, 2007 - 5:20 pm: |
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अग भाग्यश्री जमलय की... keep it up माझ पण perfect नव्हते ग. मी पण बरेच दिवसाने केल्याने strokes कुठे कुठे चुकले होते. तु काढत रहा पण. हे फोटोशॉपमध्ये थोडे edit-crop आणि थोड brightness-contrast adjust करुन टाकलस तर चांगले दिसेल.
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Bsk
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| Friday, October 12, 2007 - 5:47 pm: |
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wokay.. will do.. pan photoshop nahiy, picasa madhe karin.. tu pan kadh ajun chitra.. mhanje mala copy marta yeil.. 
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Ajai
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| Saturday, October 13, 2007 - 11:20 am: |
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GTP
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Aashu29
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| Saturday, October 13, 2007 - 3:49 pm: |
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अरे वा, अजय, आधी ती लपलेली चिमणी दिसलिच नव्हती
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Runi
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| Saturday, October 13, 2007 - 9:37 pm: |
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अजय चित्र छान आलय, हे कशाने काढलय, पेन्सिलने की चारकोल वापरुन?
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Ajai
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| Monday, October 15, 2007 - 5:35 am: |
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Ashu/Runi धन्यवाद. पेन्सीलनेच रेघोट्या ओढल्यायत.
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Bsk
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| Tuesday, October 16, 2007 - 8:22 am: |
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Zakasrao
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| Tuesday, October 16, 2007 - 10:58 am: |
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भाग्यश्री तुझ्या व्यक्तिमत्वात अजुन एका कलागुणाची भर ह्याला "एल निनो" इफ़ेक्ट म्हणावा का?? **एल बोले तो L बोले तो..... और निनो बोले तो निनाद... छान आहे चित्र.
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Bsk
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| Tuesday, October 16, 2007 - 11:29 am: |
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हेहे.. धन्यवाद झकास.. कुठला इफेक्ट माहीत नाही.. btw, तुझे अभिनंदन.. उशीरा करतीय..पण better late than never! 
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Itgirl
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| Tuesday, October 16, 2007 - 1:38 pm: |
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मस्तच चित्र .. ...
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Runi
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| Tuesday, October 16, 2007 - 10:07 pm: |
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BSK छान आहे चित्र आणि आधीचे झाडाचेपण, आजच मी नेटवर surfing करतांना एका मराठी ब्लॉगवर हे चित्र बघीतले होते. तो तुझाच ब्लॉग असावा कारण तिथेपण भाग्यशी असे नाव होते.
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Bsk
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| Wednesday, October 17, 2007 - 3:38 am: |
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हो रुनी..मी ब्लॉगवर पण टाकलंय हे चित्र.. thanks runi and itgirl!
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Himscool
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| Wednesday, October 17, 2007 - 3:53 am: |
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भाग्यश्री दोन्ही चित्रे छान काढली आहेस.. दुसर्या चित्राबद्दल माझे मत.. मोठ्या माणसाचा चेहरा एकदम जिवंत वाटतो आहे पण लहान मुलाचा चेहरा तितकासा वाटत नाही.. आणि जर PC वर फोटोशॉप असेल तर त्यात Threashold म्हणुन एक function असते ते वापरून चित्रात जो काही कागदाचा रंग बदलेला दिसतो आहे तो एक सारखा करता येईल.. तसे करुन बघ.. चित्र अजुन चांगले दिसेल...
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Bsk
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| Wednesday, October 17, 2007 - 5:22 am: |
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धन्स रे हिम्स..फोटोशॉप नाही आहे. पण लक्षात ठेवीन. कागदाचा रंग,फोटो काढताना सावली वगैरे पडल्यामुळे बदललाय.. आणि लहान मुलाच्या चेहर्याबद्दल एकदम सहमत. मला अजिबात नीट नाही जमलाय. पेननी काढल्यामुळे काही दुरुस्ती पण करता आली नाही..
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Abhija
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| Wednesday, October 17, 2007 - 8:20 am: |
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mazyach eka chhayahitrache watercolor painting madhye rupantar kele....

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Itgirl
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| Saturday, October 20, 2007 - 3:28 am: |
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अभिजित, ज्या फ़ोटोवरून हे चित्र केले आहेस तो फ़ोटो तर सुरेख आहेच, हे चित्र पण छान जमलेय
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Abhija
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| Monday, October 22, 2007 - 10:25 am: |
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shailaja, pratikriye baddal abhari aahe;-)
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Jo_s
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| Tuesday, October 23, 2007 - 9:19 am: |
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अभिजा, चित्र मस्तच, हे तू पेपरवर काढल आहे की फोटोच, फोटोशॉप वगैरे वापरून केल आहे?
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Abhija
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| Thursday, October 25, 2007 - 8:22 am: |
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Jo, thanks:-) he mi photoshop madhye watercolour filter waparoon kele aahe...:-)
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नीलु फ़ारच छाने तुझे चित्र!!! अजुन टाक ना.
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