Ankyno1
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| Thursday, February 21, 2008 - 7:00 am: |
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प्राची.... पहिलं- तौबा तौबा क्या होगा (मिस्टर नटवरलाल) आणि दुसरं- ले चले डोलियोमें तुम्हे गर इरादा करो (फिलहाल)
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Ankyno1
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| Thursday, February 21, 2008 - 7:09 am: |
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हे ओळखा..... मालूम ना था इतनी मुश्किल है मेरी राहें मुश्किल है मेरी राहें अरमाँ के बने आसूं हसरत ने भरी आहें (क्लू: कृष्ण्-धवल गाणे)
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Lalitas
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| Thursday, February 21, 2008 - 8:16 am: |
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जब दिल ही टूट गया, जब दिल ही टूट गया हम जी के क्या करेंगे.... [गायक: कुंदनलाल सहगल, चित्रपट: शहाजहान]
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Ankyno1
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| Thursday, February 21, 2008 - 8:50 am: |
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सही जवाब.... आता हे सांगा.... इक चेहेरा अक्सर मुझे याद आता है इस दिल को चुपके चुपके वो तडपाता है जब घरसे कोई भी खत आया है कगज़ को मैने भीगा भीगा पाया है पलकोंपे यादोंके कुछ दीप जैसे जलते है कुछ सपने ऐसे है जो साथ साथ चलते है कोई सपना ना टूटे कोई वादें ना टूटे तुम चाहो जिसे दिल से वो तुमसे ना रूठे
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Nkashi
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| Thursday, February 21, 2008 - 10:04 am: |
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क्लु द्या की? (देवा !!! हे चार शब्द)
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Shraddhak
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| Thursday, February 21, 2008 - 10:48 am: |
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जब घरसे कोई भी खत आया है कगज़ को मैने भीगा भीगा पाया है<<<< बॉर्डर किंवा LOC मधलं कुठलं गाणं आहे का हे? अंदाज पंचे दाहोसे.... 
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Ankyno1
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| Thursday, February 21, 2008 - 11:11 am: |
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border... LOC.... त्याच पठडीतला सिनेमा म्हणता येईल.... पण खूप वेगळा.... संगीत शंकर्-एहसान्-लाॅय चं आहे... (दिग्दर्शकाचा दुसराच सिनेमा होता....)
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लक्ष.. शंकर एहसान लॉय.. बॉर्डर एल ओ सी च्या पठडीतला सिनेमा.. फरहान अख्तरचा दुसरा सिनेमा.. गाणे नाही माहिती
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'कंधों से मिलते हैं कंधे' 'लक्ष्य'
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Shraddhak
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| Thursday, February 21, 2008 - 12:17 pm: |
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हां यही रस्ता है तेरा... का? ते आणि ' अगर मै कहू ' एवढी दोनच गाणी आठवतायत. 
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Ankyno1
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| Thursday, February 21, 2008 - 12:46 pm: |
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rishikesh.... सही जवाब..... श्रद्धा.... मैं ऐसा क्यू हूं नाही का आठवत?
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हे ओळखा: ये रत जगे लम्बी रातों के दिल न लगे, क्या करुं ये सिलसिले दिल की बातों के जादु चले, क्या करुं बिखरा झुल्फें सो जाऊं दिल चाहे कहीं खो जाऊं
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Ankyno1
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| Friday, February 22, 2008 - 4:47 am: |
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मदहोश दिल की धडकन चुप सी ये तनहाई जब प्यार किसीसे होता है (सलमान्-ट्विंकल वाला)
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Ankyno1
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| Friday, February 22, 2008 - 4:49 am: |
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an easy 1..... फूल तितली और कलियाँ हो गए तुमसे खफा छीन ली जो तुमने इनसे प्यार की हर इक अदा
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कोई तुमसा नही... हो कोई तुमसा नही....
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'मदहोश दिल की धडकन' उत्तर बरोबर. हे ओळखा: ख्वाबो खयालों मे खो गई हुं जागी हैं आन्खें मैं सो गई हुं बिन तेरे हमनशीं निन्द आती नही हाल क्या होगा हमारा ये तो शुरुआत है
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Prachee
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| Friday, February 22, 2008 - 8:56 am: |
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rishikesh , तुम्ही दिलेले गाणे आहे बागी मधलं चांदनी रात है तु मेरे साथ है
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Ankyno1
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| Friday, February 22, 2008 - 10:15 am: |
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हे ओळखा- जो तू यूं पास आया है जो तू यूं दिल पे छाया है तो मैने क्या पाया है कैसे कहूं कहीं धडकन की कलियाँ है कहीं सपनोंकी गलियाँ है जो मन मे रंगरलियाँ है कैसे कहूं
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Abhi_
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| Friday, February 22, 2008 - 11:47 am: |
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सावरीया सावरीया मैं तो हुई बावरीया अलका याज्ञिक / ए. आर. रेहमान / स्वदेस
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Prachee
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| Saturday, February 23, 2008 - 3:26 am: |
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हे गाणे ओळखा सजायी है हमने ख्वाबोंकी महफ़िल हमें मिल गयी है मोहोब्बत की मंजिल
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