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Archive through January 11, 2008

Hitguj » My Experience » बहु(जनांकडून)श्रुत » गाणे ओळखा » Archive through January 11, 2008 « Previous Next »

Ankyno1
Monday, January 07, 2008 - 9:26 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

न जाने क्यू
होता है ये जिन्दगी के साथ
अचानक ये मन
किसीके जाने के बाद
करे फिर उसकी याद
छोटी छोटी सी बात....


"छोटी सी बात" मधलं आहे


Ankyno1
Monday, January 07, 2008 - 9:31 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

हे ओळखा....

दिल दिल मे बसा है ऐसे...
पत्थर पे लकीरे जैसे....
इससे बचना है मुश्किल....
बचना चाहे तो कैसे....
सालोसे यहा रेहेता है....
हर कोई इसे करता है....
इससे छुपना है मुश्किल....
इसमे न कोई परदा है...


Nandini2911
Monday, January 07, 2008 - 10:09 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

प्राची, उत्तर चुकलय. मी विचारलय कुठल्या अंतर्‍यामधे आहे ही ओळ. उमराव जानमधे ती मुखड्यामधेच तर येतेय. इतकं सोपं नाही आहे. पण कठीण पण नाई आहे. चला अजून एक क्लू. डोळे.

Lajo
Monday, January 07, 2008 - 1:15 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

नंदिनी हे तर ' बबली और बंटी मधल 'कजरारे कजरारे तेरे काले काले नैना...' बरोबर ना?

Rishikeshkale
Monday, January 07, 2008 - 1:39 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

"कम्बख्त ईश्क" (प्यार तुने क्या किया)

आता हे ओळखा

बन के लहू नस नस मे महोब्बत दौडे और पुकारे.
प्यार मे सब कुछ हार दिया पर हिम्मत कैसे हारे.


Zelam
Monday, January 07, 2008 - 1:50 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

दिल दीवाना बिन सजनाके मानेना

Nandini2911
Tuesday, January 08, 2008 - 3:44 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

लाजो, हे कजरारे पण नाहिये. कजरारे गुलजारने लिहिलं होतं..
अजून थोडा प्रयत्न करा ना...
सलाम करनेकी आरजू है इधर जो देखे सलाम कर लू..
कित्ती सोप्पय..


Shraddhak
Tuesday, January 08, 2008 - 9:32 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

नंदिनी, " और प्यार हो गया " मध्ये आहे ते गाणं.

' सितारोंसी ज़गमगा रही है, तुम्हारी आंखे... सितारा आंखे
कभी शरारत कभी मोहब्बत... हरेक पल इक इशारा आंखे '

या गाण्यातली आहे ती ओळ...

' ये आंखे गर मेहरबां हो तो मै जरासा ये काम कर लूं
सलाम करने की आरजू है इधर जो देखे सलाम कर लूं
मै आंखो आंखो मे ये भी कह दू, न होंगी ऐसी दोबारा आंखे.... '

असं आहे.


Ankyno1
Wednesday, January 09, 2008 - 7:13 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

दक्षिणा नी दिलेलं

तू ही मेरी जिंदगी है, तू ही मेरी जान है
मुझको तू मिलजाए मेरा यही एक अरमान है
तेरा मेरा साथ हो, जी भरके मुलाकात हो.....

हे कोणतं गाणं आहे?....

काही क्लू तरी....


Lalitas
Wednesday, January 09, 2008 - 9:02 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

दक्षिणाचं गाणं "मेरे महबूब" मधलं आहे...

पास रहते हुए भी तुझसे बहुत दूर हैं हम
किस्सा-ए-दर्द सुनाते हैं के मजबूर हैं हम

तेरे प्यार में दिलदार जो है मेरा हाल-ए-इज़ार
कोई देखे या ना देखे अल्लाह देख रहा है


Dakshina
Thursday, January 10, 2008 - 7:50 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

ललिता मावशी... एकदम बरोब्बर ओळखलंत तुम्ही....

Prachee
Thursday, January 10, 2008 - 9:11 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

चला आता हे गाणे ओळखा पाहु

उजालों से वहशत मुझे हो गयी है
अन्धेरों की आदत मुझे हो गयी है


Mrdmahesh
Thursday, January 10, 2008 - 1:01 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message


प्राची...
रहा जबतलक अंधेरा
कटा खूब वक्त मेरा
कभी चांदनी ने लूटा
कभी रोशनीने मारा
( cbdg )
कभी बेकसी ने मारा
कभी बेबसी ने मारा
गिला मौतसे नही है
मुझे जिंदगी ने मारा

सिनेमा: अलग अलग
गायक: किशोर
नायक: खन्ना.. (राजेश हो..)


Divya
Thursday, January 10, 2008 - 2:21 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

आता हे ओळखा बघु...
कैसी हुं मै साजन फ़िरसे कहोना कहो ना...


Ankyno1
Friday, January 11, 2008 - 11:23 am:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

दीवाना करके छोडोगे लगता है यूं हमको
सौ बार कहा ए जानेजां यूं प्यार से तुम देखा न करो

चित्रपट्: मेरे जीवन साथी
गायक्: लता, किशोर

******************

हे ओळखा...

मै दीवाना आवारा पागल
गलियोंमे फिरताहूं मै मारा मारा


Shraddhak
Friday, January 11, 2008 - 12:12 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

' रूप सुहाना लगता है... ' हे गाणं आहे ते.

मै दीवाना आवारा पागल
गलियोंमे फिरताहूं मै मारा मारा
महलोंकी तू रहनेवाली
कैसे बनूंगा तेरा सहारा...

असल्या काहीतरी ओळी आहेत.


Aashu29
Friday, January 11, 2008 - 2:05 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

हे ओळखा
देखो इन आंखोमे ये सुरत है किसकी
इक नजर तो देखो कम से कम

Divya
Friday, January 11, 2008 - 3:11 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

Ankyno1 बरोबर ओळखल.

Ashu29 ते गाण म्हणजे
होगा तुमसे प्यार कौन,
हमको तो तुमसे है
हे कान्ची, हे कान्ची, प्यार...

चित्रपट - जमाने को दिखाना है



Ankyno1
Friday, January 11, 2008 - 4:23 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

ओळखा पाहू...

टाय की जगा मै बांधू लंबा काला नाग
सफेद कुर्ते पर लगवाउ बूटपाॅलिश के दाग
त्योहारोंमे पेहेन के निकलू मै जूतों का हार
बैलों के पीछे लगवाउ मै तो मोटर कार


Amruta
Friday, January 11, 2008 - 6:16 pm:   Edit Post Delete Post Print Post  Link to this message

ए हे ते गोविंदाच गाण म्हणजे आधि ते एका गुजराथी गायकाने गायलय.
ओह अगदी तोंडावर आहे पण येत नाहिये :-( तुला काय करायचय अस काहिस अर्थ होता


चोखंदळ ग्राहक
महाराष्ट्र धर्म वाढवावा
व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत
पांढर्‍यावरचे काळे
गावातल्या गावात
तंत्रलेल्या मंत्रबनात
आरोह अवरोह
शुभंकरोती कल्याणम्
विखुरलेले मोती


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हितगुज दिवाळी अंक २००७






 
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