|
namskaar mandali, mi madhav kulkarni mukkam posht vimannagar.. aaplyala bhetun aanand zala.. maadhav
|
Giriraj
| |
| Monday, June 06, 2005 - 10:36 am: |
| 
|
baáyaaca idvasaaMnaI [qao kuNaI AalaM mhNaayacaM.²
|
hmmm aata nehami yet jaawu, aahe kaay naahi kaay.. maadhav
|
trI baÜllaÜ.. Aalaa maaQava kuNaIkDoÆÆÆ
|
mala watata ya bb madhle 70% lok lunkad madhye rahat astil.. konkon kuthe kuthe rahate kalu shakel kaay? madhav
|
Ldhule
| |
| Friday, June 17, 2005 - 5:09 am: |
| 
|
hÜ. maI lauMkD horIToja II maQao. pNa saVa isangaapurat. tumhI Æ
|
mi lunkad daffodils madhye rahato aajkal korea madhye aahe gele 7 mahine..
|
Moodi
| |
| Wednesday, September 14, 2005 - 10:43 am: |
| 
|
Aro ivamaana nagaratIla sava- ivamaanaat basauna Baur- Jaalao kI kayaÆ
|
Deepstambh
| |
| Thursday, September 15, 2005 - 7:48 am: |
| 
|
mauDI gaNaptInao ivaXvap`dxaINaa kolaI ihtI tXaI tU maayabaÜlaI p`dxaINaa Gaalato Aahosa kaÆÆ
|
Moodi
| |
| Thursday, September 15, 2005 - 7:53 am: |
| 
|
dIp maaJao AQao- pUNao Ana mauMbacaI p`dixaNaa raihlaI Aaho kI. Aata tI puNa- krona lavakrca. 
|
राम राम मन्डळी, मायबोलीचे पुणे चप्टर सुरु करण्यात रस आहे का? असल्यास मला प्लिज मेसेज पाठवा. तुमच्या कल्पना, सूचना सहीत. बापू
|
Moodi
| |
| Friday, February 17, 2006 - 8:18 pm: |
| 
|
पुण्यात बरेच चॅप्टर लोक आहेत, पण त्यांनी आधीच बर्याच पेठा उघडल्यात, तुम्हाला दाद नाय द्यायचे ते. 
|
आम्ही डीएसके विश्व काव्यकट्टा धायरी,पुणे ४११०४१ तर्फे राज्यस्तरीय काव्यवाचन स्पर्धेचे आयोजन केले आहे. निवडक निमंत्रित स्पर्धककवींचे कवीसंम्मेलन आणि बक्षिसवितरण समारभ रविवार दिनांक २६ फेब्रु.२००६ रोजी दु.३.३० वा डीएसके विश्व धायरी,पुणे ४११०४१ येथे होणार आहे. तरी सर्वांना आग्रहाचे निमंत्रण. सर्वांनी कविता ऐकण्यासाठी अवश्य उपस्थित रहावे. निमंत्रक सौ.प्रिया राज गर्दे. सयोजिका. राज्यस्तरीय काव्यवाचन स्पर्धा डीएसके विश्व काव्यकट्टा धायरी,पुणे ४११०४१. संपर्क्: ९२२५५२२९८८.
|
नमस्कार, मी ख़्रराडीत आ राहते. मला या जवळपास चांगल्या पाळ्णाघाराची माहिती कूणी देऊ शकेल का?
|
Badbadi
| |
| Wednesday, July 04, 2007 - 10:47 am: |
| 
|
कोणी या भागातले चांगले restaurants सुचवू शकेल का?
|
|
हितगुज दिवाळी अंक २००७
|
 |
मायबोली |
 |
चोखंदळ ग्राहक |
 |
महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
|
व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
|
पांढर्यावरचे काळे |
|
गावातल्या गावात |
|
तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
|
आरोह अवरोह |
|
शुभंकरोती कल्याणम् |
|
विखुरलेले मोती |
|
|
|
हितगुज दिवाळी अंक २००६ |
|
|