Ajai
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| Thursday, February 22, 2007 - 12:31 pm: |
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color pencil
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Manas6
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| Thursday, February 22, 2007 - 12:42 pm: |
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सुंदर स्केच ..मान गये
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Marhatmoli
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| Thursday, February 22, 2007 - 11:06 pm: |
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मस्तच आहे sketch ! आणखिन बघायला आवडतिल.
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Shyamli
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| Friday, February 23, 2007 - 12:12 am: |
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सही स्केच आहे ही गोव्यातली वास्तु आहे का? 
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अजय, छान हे रे, ओरिजिनल चित्राचा आकार काय हे?
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Suvikask
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| Friday, February 23, 2007 - 6:59 am: |
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superb...great aahe sketch!! ajun baghaayala nakiich aawadtiil
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Arch
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| Friday, February 23, 2007 - 9:08 am: |
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फ़ारच छान. मला तर हे माझ्या कोकणातल्या घराच चित्र वाटतय.
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Paragkan
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| Friday, February 23, 2007 - 9:39 am: |
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kya baat hai !!
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Dineshvs
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| Friday, February 23, 2007 - 11:05 am: |
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अजय छान जमलेय. श्यामलि, वेल्हा गोव्याला जाताना, बांबोळी ला एक वास्तु अगदी अशी आहे. फक्त ते सीटी स्कॅन सेंटर आहे, घर नाही.
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Seema_
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| Friday, February 23, 2007 - 11:47 am: |
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मस्तच आलय sketch एकदम .
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Sayuri
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| Friday, February 23, 2007 - 8:37 pm: |
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new attempt
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Suvikask
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| Monday, February 26, 2007 - 1:22 am: |
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साधना आहे का?... हो बहुतेक...
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Maku
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| Monday, February 26, 2007 - 1:28 am: |
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Sayuri राग मानु नकोस पन चित्र फ़ारच भयानक आले आहे. खरेतर मला तर भुत वाटले बघुन ....
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Ajai
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| Monday, February 26, 2007 - 2:01 am: |
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thanks .This is Vasai not Goa.original is A4 cartridge paper . Lost some details in scanning at low resolution
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Sayuri
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| Monday, February 26, 2007 - 3:00 am: |
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Suvikask, Nope she is not sadhana Maku, Lol, No raag at all! sorry for scaring u :D
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Bsk
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| Monday, February 26, 2007 - 6:56 am: |
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सायुरी.. तिचा ओठ (माझ्या डाव्या बाजूला) जरा चुकल्यासारखा वाटतोय.. अणि तिची मान जर जास्त जाड आलीय.. तेव्हढ दुरुस्त केलस तर मस्त दिसेल चित्र..
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Sayuri
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| Monday, February 26, 2007 - 1:36 pm: |
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हो Bsk, u r right. पण चारकोल असल्याने खोडता येत नाहिये.next time या भागांकडे विशेष लक्ष देईन. मला ओठ(विशेषत: दंतपंक्ती) स्केच करायला कठीण जातात (compared to eyes, nose) आणि सर्वात कठीण स्केचिंग करायला वाटते ते म्हणजे केस. जमतच नाहीत. 
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सायूरी Putty Eraser बघ मिळाला तर.. चारकोल खोडता येतो. मी अशी काही चित्र बघितली आहेत. जिथे सगळ्या canvas वर चारकोल पसरवून फ़क्त Putty eraser ने वेगवेगळे प्रेशर टाकून चित्र तयार केल होत.
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Sayuri
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| Monday, February 26, 2007 - 4:08 pm: |
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Accha. baghte miltoy ka. Thanks Rachana 
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Bee
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| Monday, February 26, 2007 - 9:01 pm: |
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सायुरी चित्र खूपच विनोदी वाटले कारण चित्रातली व्यक्ती ही धड स्त्रि वाटत नाही की पुरुष वाटत नाही पण तू प्रयास करते आहेस हे कौतुकास्पद आहे.. इथे अच्छे अच्छे चित्रकार आहेत तुला मार्गदर्शन करायला. रचना, फ़ सध्या तुमच्याकडून काहीच नाही हो.. नियमितपणा हरवला
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