एक सांज भांडनात गेलेली ती रात्र सारी आसवात भिजलेली.....
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Shyamli
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| Monday, January 01, 2007 - 12:36 am: |
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मन स्पर्शले मनाला देही वसंत फुलला स्पर्शावीण की रे जणु मधुमास हा रंगला श्यामली!
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वा शामली... नवीन वर्षाची सुरुवात छान च आहे.... नवीन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्छा....
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Pujarins
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| Monday, January 01, 2007 - 10:50 am: |
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जैसा फ़ळीधर बाद होई की नवा खेळावया येई| तैसे नववर्ष सुभद्रापती गा आनंदे खेळू लागी||
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Shyamli
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| Monday, January 01, 2007 - 12:44 pm: |
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नीलेश धन्यवाद ज्याच त्याच असत प्राक्तन जगुन जातो आपण प्रत्येकवेळी म्हणतो मात्र मीच कसा कारण? श्यामली!!!
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R_joshi
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| Tuesday, January 02, 2007 - 12:48 am: |
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श्यामली,नील नव वर्षाची सुरवात छानच केलात. माझ्याकडुन आपणा सर्वांना नविन वर्षाच्या हार्दिक शुभेछा. हे वर्ष आपणा सर्वांना भरभराटिचे अन काव्यमय जावो हि सदिच्छा
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Jayavi
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| Tuesday, January 02, 2007 - 2:44 am: |
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वा श्यामली.... मस्तच गं!
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Aavli
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| Tuesday, January 02, 2007 - 2:57 am: |
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सर्व मायबोलीकर मित्राना....... नवीन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्छा...
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Deep_tush
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| Tuesday, January 02, 2007 - 3:12 am: |
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सर्व मायबोलीकर मित्राना....... नवीन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्छा...
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Deep_tush
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| Tuesday, January 02, 2007 - 4:12 am: |
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आज झुळुक का बहरली नाही
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"एकता, समता, बधूता निवडनूक किवा दगलीत... सगळ बेपत्ता! " गणेश
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Jo_s
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| Tuesday, January 02, 2007 - 8:05 am: |
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पुर्वीचीच आहे, पण अजूनही चालेल सेहवाग मैदानातून लगेचच लागला परतू अमिताभ त्याला म्हणाला जेव्हा रुके न तू, झुके न तू
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स्वत्:चे पाप फिटावे म्हणून देवाला घालतात साकडं पण देवाचं आणि त्यांच नेहमीच वाकडं श्री
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असाच एक वाद होता तिला प्रेमाने भांडण्याचा नाद होता. श्री
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R_joshi
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| Wednesday, January 03, 2007 - 3:36 am: |
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शाम सुंदरा मनोहरा चरणि तुझिया चित्त जडे भक्ति माझि तुझ समर्पिली भक्तावर ठेवि कृपेचे सावले प्रिति नुतन वर्षाच्या हार्दिक शुभेच्छा
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प्ल्लीज मला "अनूस्वार" आणी "रफार" टाईप करायला कोणी मद्द्त करेल का? गणेश
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R_joshi
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| Wednesday, January 03, 2007 - 4:32 am: |
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गणेश समज जर तुला 'पुर्ण' हा शब्द लिहायचा आहे तर १) तु आधी पीयु हि अक्षर लिहि २) त्यानंतर आर हे अक्षर टाइप कर ३) आणि त्यानंतर ण हे अक्षर लिहि अशाप्रकारे इतरहि रहारात्मक शब्द तु लिहु शकतोस. आणि अनुस्वारासाठि ज्या शब्दाच्या आधि अनुस्वार येतो तो शब्द त्यानंतर टिंब (.) देऊन पुढे एन हे अक्षर लिहि.
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Meenu
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| Wednesday, January 03, 2007 - 5:58 am: |
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गणेश तुमच्या सर्व शंकांना उत्तरे ईथे जाउन शोधा /hitguj/messages/1/41.html?1162484883
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" प्रिती, आणी मीनु... फार फार धन्यवाद! ".
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" मी एकटा असलो की... लोकं मला वेड्यात काडतात आणी मी लिहलेलं कांही वाचलं की... मग कोडयात पडतात ! " गणेश
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