Kandapohe
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| Thursday, August 03, 2006 - 10:32 pm: |
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MT फोटो बघताना, डोक्यात चोच मारेल का अशी भीती वाटाते आहे. 
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Arch
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| Thursday, August 03, 2006 - 11:07 pm: |
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मैत्रेयी, शहामृगाला समोर शहमृगीण दिसते आहे समोर. अंगावर रोमांच येऊन केस उभे राहिलेले दिसत आहेत 
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Bee
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| Friday, August 04, 2006 - 12:16 am: |
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मला तर ती चोच वगैरे काही जाणवलीच नाही. मला वाटल हा उंटाचा फोटो आहे की काय. अमेरिकेतील उंट तिथल्या लोकांप्रमाणे गोरीभुरी असावीत असे वाटले. बाकी फोटो झक्कास आहे मैत्रेयी.
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Abhi_
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| Friday, August 04, 2006 - 12:53 am: |
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Abhi_
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| Friday, August 04, 2006 - 12:53 am: |
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Meenu
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| Friday, August 04, 2006 - 1:04 am: |
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अभी मस्तच रे फोटो, बांबुची आहेत ना ती झाडं दुसर्या फोटोतली .. कुठे गेला होतास ...? मैत्रेयी डोळे कसले खतरी दिसताहेत त्याचे
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Abhi_
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| Friday, August 04, 2006 - 3:12 am: |
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मीनू कोल्हापूर जवळच्या साळवणच्या जंगलातला आहे हा फोटो
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अभ्या मस्त आहे रे हिरवाई. 
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Bee
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| Friday, August 04, 2006 - 4:41 am: |
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वा हे हिरव पोपटी रान बघुन आत्ता कुठे श्रावण आला असे वाटते आहे.. अभिनव खूपच सुंदर रे.. अजुन असतील तर टाक इथे..
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Juyee
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| Friday, August 04, 2006 - 5:25 am: |
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हाय सर्वांना.... खरच हे फ़ोटो पाहुन तर प्रसन्नच वाटतय...
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सगळ्यांचे फोटो मस्तच.. अभी तुमचे ते हिरवकंच शेत बघुन गावी गेल्यासारख वाटलं.... धन्स
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Mawla
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| Friday, August 04, 2006 - 9:02 am: |
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भाताचे खाचर मस्तच रे, खूप वर्शे ज़ालि खाचरात काम करुन.. ha Laughing Kookaburra sapadla

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Grace
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| Friday, August 04, 2006 - 9:40 am: |
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सांग दर्पणा.. राजस्थानातील एका खेड्यातिल "अप्रसिध्द" मंदिरावरील शिल्प.
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Grace
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| Friday, August 04, 2006 - 9:47 am: |
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माझा अजुन एक रोड मॉडेल. स्मार्ट ना ?
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Mawla
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| Friday, August 04, 2006 - 8:42 pm: |
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Very smart...monalisa smile.... Here is my try towards macro

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Alhad
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| Saturday, August 05, 2006 - 12:05 am: |
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ग्रेस , रोड मॉडेल झकास
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Alhad
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| Saturday, August 05, 2006 - 12:20 am: |
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मोठा फोटो इथे .....
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Moodi
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| Sunday, August 06, 2006 - 10:16 am: |
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ग्रेस अतीशय सुरेख. वाळवंटात फिरलात का? तिथले फोटो आहेत का? असतील तर ते पण टाका ना. आल्हाद फारच छान आलाय समुद्राचा अथांगपणा. नितळ!! मावळा काय अद्भूत करणी आहे ना निसर्गाची. अहो त्यानेच तर आधी हे प्रतीबिंब समावून घेतलेय जीवनात. तुम्हाला खूप धन्यवाद अशा अद्भूत फोटोबद्दल. 
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Jayavi
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| Monday, August 07, 2006 - 12:54 am: |
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ग्रेस, तुझे फ़ोटो बघून अगदी डोळ्याचं पारणं फ़िटतं. फ़ार सुरेख टिपतोस सगळं सौंदर्य. प्रत्येक फ़ोटो अप्रतिम! मावळा, तुझेही सगळेच फ़ोटॊ आवडले अभि, तुझ्या फ़ोटोंनी आमच्यासारख्या वाळवंटात राहणा-या लोकांना इतकं प्रसन्न वाटतं ना. और आने दो 
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Dubaichya hotel madhla ek lamp-shade
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