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Chinnu
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| Saturday, July 29, 2006 - 10:30 am: |
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सुधारीत आवृत्ती!
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Chinnu
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| Saturday, July 29, 2006 - 9:39 pm: |
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तुषार, कृष्ण तर छान आहेच, पण शिवनृत्यातील चित्रात चेहेर्यावरचे भाव एकदम खास आहेत.
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Jayavi
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| Sunday, July 30, 2006 - 11:13 am: |
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चिन्नु, अप्रतिम! तुषार, सुरेखच भाव आले आहेत चेहेयावरचे!
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Chinnu
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| Monday, July 31, 2006 - 9:17 am: |
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जया मोट्ठा थांकु ग! रचना आणि LT तुम्हाला पण थांकु!
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Pha
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| Tuesday, August 01, 2006 - 1:25 am: |
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रचना, व्हेनिस का? चांगलं वाटतंय. मोठं चित्र टाकता येतंय का बघ. तुषार.. चांगली स्केचेस! BTW, आषाढातली ही चित्रं विशेष आवडली : रचना - गरुड(का अन्य दुसरा कुठला पक्षी?), कृष्णाचं रेखाटन; सुधीर - नर्तिकेचं रेखाटन; रुपेश - कुरुक्षेत्रावरचा कर्ण, डोळे.
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Pha
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| Tuesday, August 01, 2006 - 1:30 am: |
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'हलगीवाला' माध्यम : पेन संदर्भ : प्रकाशचित्र (' तमाशा ' ; लेखन, प्रकाशचित्रण - संदेश भंडारे; लोकवाङ्मय गृह प्रकाशन)

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Pha
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| Tuesday, August 01, 2006 - 1:32 am: |
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'ढोलकीवाला' माध्यम : पेन संदर्भ : प्रकाशचित्र (' तमाशा ' ; लेखन, प्रकाशचित्रण - संदेश भंडारे; लोकवाङ्मय गृह प्रकाशन)

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Bee
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| Tuesday, August 01, 2006 - 2:22 am: |
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Pha, baryach diwasanantar ithe.. donhee chitra ekadam sundar aahet..
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Psg
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| Tuesday, August 01, 2006 - 2:48 am: |
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फ!!! सुरेख आलीयेत रे. details सही capture केलेस, esp त्यांच्या चेहेर्यावरचे भाव. पेनानी अशी चित्रं पण काढता येतात? very good !! चित्राच्या बाजूला तुझं नाव टाकलं आहेस का?
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pha...khup sundar asech mii kaadhalele aahet penaane pan sagali chitr indiat raahilii.. ajun taak tujhii chitra...!!!
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Maitreyee
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| Tuesday, August 01, 2006 - 7:29 am: |
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फ़, काय बोलायचं आता excellent!! उच्च! दोघांच्या व्यक्तिम्त्त्व अस्सल!चेहर्यावरचे भाव, अगदी उभे रहाण्याची ढबसुद्धा फ़ार सुरेख. तो ढोलकीवाला तर त्याच्या उजव्या बाजूला असलेल्या नर्तकी कडे पाहून ताल देत आहे असे वाटले! gr8!!
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Giriraj
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| Tuesday, August 01, 2006 - 8:18 am: |
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फ,तुझ्या blog वर प्रतिक्रिया दिली आहे बघ!
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Chafa
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| Tuesday, August 01, 2006 - 9:05 am: |
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फ, अप्रतीम!
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Chinnu
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| Tuesday, August 01, 2006 - 9:23 am: |
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फ मस्त रे. पण मला हलगीवाला क्लीअरली दिसत नाहिये. cbdg! ढोलकीवाला झकास!
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Lalu
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| Tuesday, August 01, 2006 - 9:48 am: |
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Wow, मस्तच. हलगीवाल्याच्या चित्रात backgroud पण छान आली आहे.
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Meenu
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| Tuesday, August 01, 2006 - 9:59 am: |
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फ चित्र सुंदरच रे पण तो संदर्भ काय त्यातलं बघुन काढलं आहेस का ते .. आणी तुझा blog तो कुठय ..?
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Milindaa
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| Tuesday, August 01, 2006 - 10:28 am: |
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फ, छान काढली आहेस चित्रं
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Ninavi
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| Tuesday, August 01, 2006 - 10:32 am: |
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फ, अप्रतिम!! xxxx xxxx xxxx
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Kashi
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| Tuesday, August 01, 2006 - 10:32 am: |
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pha, mastach....mala donhi chitra khup aavadli
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Seema_
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| Tuesday, August 01, 2006 - 11:19 am: |
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अप्रतिम , फ़ . .......... .. .. ...
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