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kaÐya maMDLIÆ... naahI... Aamacyaa idsaNyaaba_lahI kahI AaDaKo Aahot kaya Æ.. mhNajao puva-ga`h jyaalaa
mhNatat tÜ.. jar kahI Asaola tr dur krNao Aalao. ]gaaca naahI ivacaart...
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Saee
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| Friday, March 12, 2004 - 5:22 am: |
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pNa to kXaalaa dUr krayacao mhNato maIÆ rahU Va kI vaÜ... AamhI kuzo Aamacao puva-ga`h dUr kolao vaÜÆ
maga yaona ra^baInahUDÆ vaaTot kÜllapurlaa qaaMbalaa ka naa vaÜÆ
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saÊ kÜllaapUrlaa qaambaunaca saÜDlaM kI ...
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Lalu
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| Friday, March 12, 2004 - 5:52 pm: |
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yaa baIbaI var yaa gaPpa ³to pNa kÜllaapurcyaa´ ka hÜt AahotÆ ho caalavaUna Gaotlao jaaNaar naahI.
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अरेरे सगले विसरले की काय या बी बी ला सग्गळे हित्त येऊन सोडा की वो
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श्री. ना. पेंडसे, दांडेकर इ. च्या लिखाणात स्त्रिया बोलत असताना वापरणारी प्रथमपुरुषी क्रियापदे 'य' प्रत्यय लावून आलेली आढळतात. उदा. 'येत्ये हो', 'आल्ये ग'. ही खास गावठी कोकणी लकब असावी. या शब्दांचा नक्की उच्चार होतो तरी कसा? एखाद्या चित्रपटाचा, ध्वनीमुद्रिकेचा संदर्भ हवा आहे.( बाकी, पेन्डसे या प्रकरणी चांगलेच वहावले आहेत्. octopus मधे मिनी नावाची व्यक्तिरेखा आहे. तिला 'मिन्ये' शी हाक मारतात बाकीचे! ईकारांत नावाचे संबोधन काही एकारांत असू शकत नाही. )
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