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Asami
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| Tuesday, July 24, 2007 - 2:39 pm: |
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भाषा एकदम रीडर्स डायजेस्ट लेव्हल ची आहे. >> एकदम चोक्कस, नेट लावून बसलास तर आठवडाभर लागेल सगळी संपवायला. नक्कीच addictive आहेत. LOTR सारखी क्लिष्ट नाही वाटत
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Anilbhai
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| Tuesday, July 24, 2007 - 5:37 pm: |
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आठवडाभर लागेल सगळी संपवायला.>> शनिवारी संध्याकाळी पुस्तक आल. आणि रविवारी संध्याकाळी संपवलसुद्धा माझ्या मुलाने. इतर पुस्तकं नाही त्याला इतकी फ़ास्ट वाचता येत. 
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Maanus
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| Monday, August 27, 2007 - 7:53 pm: |
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Mrinmayee चा गेस बरोबर होता की. आणि climax मधे कदाचित हॅरी स्वत:च वॉल्डेमॉर्ट्च्या नकळत हॉर्क्रक्स झालाय
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Mrinmayee
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| Thursday, September 06, 2007 - 1:56 am: |
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माणसा, आय वॉज़ म्हणिंग राइट!! आता दुसरून शांतपणे वाचायला घ्यावं म्हणते. पहीलून तर नुस्त आधाश्यासारखं वाचून काढलं पुस्तक! (सध्या बझ ऑल्ड्रिनचं men from earth वाचतेय. ते संपवलं की हरी पुत्तर पुन्हा!!!
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Maanus
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| Thursday, September 06, 2007 - 1:03 pm: |
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परत एकदा! वा बरी लिंक लागते तुमची परत परत वाचताना.
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