Madya
| |
| Thursday, January 27, 2005 - 3:27 am: |
| 
|
EaI gaÜMdvalaokr maharajaaMcao kahI sauivacaar
|
Madya
| |
| Thursday, January 27, 2005 - 3:31 am: |
| 
|
va`u<aIcao samaaQaana hoca BagavaMtacyaa ËupocaI sauÉvaat
|
Madya
| |
| Thursday, January 27, 2005 - 3:33 am: |
| 
|
naamasmarNa krNaara jaovha mhNatÜÊ malaa kahI kLt naahIÊ (atca %yaalaa sava- kahI kLalaolao Asato.
|
Moodi
| |
| Friday, August 05, 2005 - 8:46 pm: |
| 
|
XaaMtÊ sauKÊmaanavataÊtRPtIÊ AitqaIcaa Aadr sa%kar karNaaro Ana qaklyaa BaagalaolyaaMnaa ivasaavaaÊ saavalaI
doNaaro izkaNa mhNajao puNyaajavaLIla saatara ijal(atIla flaTNa talau@yaatIla ho gaÜMdvalao. Aamacyaa
prmapujya maharajaaMcaoca tr ho vasatIsqaana. yaacaI mahtI tovhaca kLto jaovha maharajaaMcyaa carNaI jaa}na mana AaNaI XarIr dÜnhI ivasaavato.maayaocaa
Ana AQyaa%maacaa Ana %yaathI EaIrama naamaacaa AKMD Jara itqao inavyaa-japNao vahatÜ Aaho. ik%yaok maÜzo Da^@Tsa-Ê vakIlaÊ naotoÊ saamaanyaÊgarIbaÊ EaImaMt Asao Anaok jaNa svatacao AstI%va ivasaÉnaÊgava-
maIpNaaÊ AhMkar saÜDuna gaÜMdvalyaalaa kayama yaotat Ana AaplaI saovaa saadr krtat. [tr vaoLosa 100 to 5000 cyaa drmyaana fI GaoNaaro Da^@Tsa- itqao ivanaamaulya tpasaNaI kÉna samaajaacao
?Na foDtat.maharajaaMnaI kQaI kuNaacaa d\vaoYa kolaa naahIÊitrskar kolaa naahI. EaI hnaumaanaacaoca Avatar maanalao jaatat to. EaI maharajaaMcaa ]%sava ha katI-kat mhNajao iDsaoMbarmaQyao AsatÜ.
|
Me swata Gongavalekar maharajancha bhakta aahe. Varshatoon ekda tikade jayacha prayatna karto. Tithe manal ji shanti milate ti vegalich aahe. Mala swatala maharajani pushkal vela sankatatoon maarga dakhavila aahe. Mumbai madhy malad la ketkar maharajancha math aahe te paan gondavalekar maharajanche bhakta hote.
|
Moodi
| |
| Thursday, April 06, 2006 - 11:32 am: |
| 
|
आज श्रीराम नवमी. लक्ष लक्ष हृदयातील एक प्रेमस्वरुप देवाचा जन्मदिवस. यावर लिहावे तेवढे थोडे. पण अंतरात मात्र एकच नाम " श्री राम जय राम जय जय राम " . श्रीरामस्तुती संसार संगे बहू शीणलो मी कृपा करी रे रघुराज स्वामी प्रारब्ध माझे सहसा टळेना तुजविण रामा मज कंठवेना मन हे विकारी स्थिरता न ये रे त्याचेनि संगे भ्रमती भले रे अपुर्व कार्या मन हे विटेना तुजविण रामा मज कंठवेना मायाप्रपंची बहु गुंतलो रे विशाळ व्याधीमध्ये बांधलो रे देहाभिमाने अति राहवेना तुजविण रामा मज कंठवेना दारिद्रदुखेः बहु कष्टलो मी संसारमायेतचि गुंतलो मी संचीत माझे मजला कळेना तुजविण रामा मज कंठवेना लक्ष्मीविलासी बहु सौख्य वाटे श्रीराम ध्यातां मनिं कष्ट मोठे प्रपंचवार्ता वदता विटेनां तुजविण रामा मज कंठवेना अहोरात्र धंदा करितां पुरेना प्रारब्धयोगे मज राहवेना भवदुखः माझे कधिंही टळेना तुजविण रामा मज कंठवेना मजला अनाथा प्रभु तूंच दाता मी मुढ कीं जाण असेंच आता दासा मनीं आठव वीसरेना तुजविण रामा मज कंठवेना श्री राम जय राम जय जय राम
|
वा! छान! सुन्दर! बर झाल इथ लिहिलस ते 
|
अरे वा मूडी, छान! जय जय श्रीराम, जय जय श्रीराम! जय जय श्रीराम, जय जय श्रीराम! आता प्रसाद आणा. भात, आमटी, शिरा आणि ताक! 
|
Moodi
| |
| Thursday, April 06, 2006 - 2:40 pm: |
| 
|
जरूर कलंदर!! पण त्याबरोबर सुंठवडा सुद्धा घ्या. 
|
Ajay
| |
| Thursday, April 06, 2006 - 10:31 pm: |
| 
|
बर्याच जणांना माहीती नसते म्हणून राममुद्रेबद्दलची माहीती देणारी link पुन्हा देतो आहेत. IOWA मधल्या त्या गावात हे कायदेशीर चलन आहे (पण गावाबाहेर चालत नाही) http://vediccity.net/attractions/currency.html
|
Thanks Ajay. मला पण माहीत नव्हते. interesting!
|
Ajay
| |
| Friday, April 07, 2006 - 1:52 pm: |
| 
|
इथे BB चा विषय वेगळा आहे आणि मी भलतेच लिहिले. योग्य नसेल तर उडवून टाका.
|
Moodi
| |
| Friday, April 07, 2006 - 1:54 pm: |
| 
|
राहू दे अजय. माहिती छान दिलीत. 
|
मूडी आणखीन एक आहे मला पूर्ण आठवत नाहिये १-२ ओळीच आठवत आहेत. नाम सदा बोलावे, व्हावे गावे जनासि सांगावे हाची सुबोध गुरुंचा नामासंगे ***** मला ते starred शब्द आठवत नाहियेत आणि बाकीची कडवी पण. तुला माहीत असलं तर पोस्ट कर.
|
गोंदवल्याच्या मंदिरात ज्या आरत्या म्हणतात त्या फ़ारच सुरेख असतात. मूडी, तुला माहीत असतील तर या आरत्या लिही इथे.. मला एखाद दुसरे शब्दच येत आहेत, त्याबद्दल क्षमस्व. १. *** सदगुरुराया, नमितो *** ( sorry , इतकेच येत आहे.. चाल येत आहे, पण शब्द लक्षात नाहीत. ) २. घ्यावी सेवा दिनाची दीनानाथा ३. काकड आरती
|
Moodi
| |
| Friday, April 07, 2006 - 4:25 pm: |
| 
|
कलंदर प्रयत्न करते या दोन दिवसात लिहीण्याचा, मला पण जास्त आठवत नाहीये. पण जरूर लिहीते. अमेय तू वर जो उल्लेख केला आहेस तो श्री महाराजांच्या भजनातील कडव्यांचा आहे की श्रीरामाच्या भजनातील कडव्यांचा?
|
जय जय आरती श्रीगुरूराया सदगुरूराया नमितो तव पदी संहरी माया मी जीव हा भ्रम द्वैत पसारा... वारून दिधला अद्वैत सारा... जगजीवन प्रभू मंगल धामा... राम रूपातीत तू अभिरामा... परमपरात्पर चिन्मय खाणी... शतमुख स्तविता मंदली वाणी.... मूडी मला तेवढेच शब्द आठवतात नक्की कशातलं आहे ते आठवत नाही.
|
Moodi
| |
| Friday, April 07, 2006 - 5:53 pm: |
| 
|
अरे अमेय हीच तर ती महाराजांची आरती लिहीलीय तू. बरोबर आहे. माझ्या मामाच्या घरी अन आमच्या डॉक्टरांच्या घरी उपासनच्या वेळी हे सर्व म्हटले जाते. संवदीचय ऐवजी संहरी माया असे आहे. रविवारी लिहीते मी सर्व. चाल तर अगदी मुखोद्गत आहे. 
|
Maudee
| |
| Wednesday, April 12, 2006 - 8:35 am: |
| 
|
एक पद आज सकाळपासून फ़ार आठवत आहे जयाच्या जयी जन्म नामात झाला जयाने सदा वास नामात केला जयाच्या मुखी सरवदा नामकिर्ती नमस्कार त्या ब्रह्मचैतन्य मुर्ती
|
Moodi
| |
| Wednesday, April 12, 2006 - 12:35 pm: |
| 
|
काकड आरती.. काकड आरती ब्रम्हचैतन्य नाथा | स्वामी चैतन्य नाथा पुर्णानंदे सदगुरुचरणी | पुर्णानंदे सदगुरुचरणी ठेविला माथा || धृ. || सत्व रज तमो गुणाचा काकडा केला | रामा काकडा केला | माया ममता स्नेहामाजी | माया ममता स्नेहामाजी समुळ भिजविला || १ || नित्य ज्ञानानंद ज्योती लावुनीया त्याला | रामा लावुनीया त्याला | सप्रेमे आरती | सद्भावे आरती | करु स्वयंप्रकाशाला || २ || सबाह्य अभ्यंतरी रूप पाहुनी रंगला | रूप पाहुनी रंगला | श्रीरंगी आराम | श्रीरंगी आराम जपे नाम मंगला || ३ || || श्रीराम समर्थ ||
|