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ok thanks मला वाटल त्याच्याने ती आंबटसर चव येते की काय. बर नाही वापरत मी पण पापड्खार.
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Dineshvs
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| Saturday, July 29, 2006 - 1:10 pm: |
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तशी आंबटगोड चव आणि रंग येण्यासाठी तयार टोमॅटो प्युरी वापरावी लागेल. पापडखाराने पदार्थ टिकतो. तो एक क्षारच असतो. त्याने पदार्थ हलका होतो हेहि खरे पण शक्यतो जास्त दिवस टिकवायच्या पदार्थातच तो घालतात. शेवेत वैगरे गरज नाही. बटाट्याचे पीठ, साबुदाण्याची पीठ घालुन शेव हलकी होते. लसुण, लवंग असे प्रकार पण स्वादासाठी घालतात.
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Abhi555
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| Sunday, October 22, 2006 - 9:32 pm: |
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जेवढी ओवा पुड घेणार त्याच्या दुप्पट दालचीनी पुड आणि ओवा पुड एवढी लवन्ग पुड घ्यायची, रतलामी पद्धतीची छान चव येते. करुन बघा.
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Nalini
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| Monday, October 23, 2006 - 9:34 am: |
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शेव करण्याची पहिलीच वेळ तिखट गोड मानुन घ्या.

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Savani
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| Saturday, October 25, 2008 - 6:24 pm: |
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ए नलु, अगं तुझी शेवेची रेसिपी दे न. काय मस्त झालीये ती शेव.
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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