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Seema0618
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| Thursday, November 13, 2003 - 5:45 pm: |
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मिसी रोटी साहित्य: १ कप बेसन पीठ १ कप गव्हाचे पीठ २ ते ३ चमचे तुप १ चमचा कसूरी मेथी मीठ चविनुसार अर्धा चमचा तिखट अर्धा चमचा जीर चिमुटभर हळद आणि हिंग कृती: सगळ साहित्य मिसळुन घ्या.त्यात पाणी घालुन कणिक मळुण घ्या. नन्तर कणिक झाकुन साधारण अर्ध्या तासासाठी ठेवा. नंतर कणकेचे गोळे करुन साधारण चपातीपेक्षा थोडस जाड लाटा. तव्यावर तेल किंवा तुप लावुन छान खरपूस भाजुन घ्या
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thanks seema. latatana ghadi ghalun latavi ka fulkyapramane?
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Dineshvs
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| Friday, November 14, 2003 - 4:05 am: |
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hI rÜiT jaaDsar laaTayacaI Asato. GaDI naahI GaalaayacaI. Baajaayalaa jara vaoL laagatÜ. ksaurI maoqaI kQaI kQaI Ôar ]ga` AsatoÊ %yaa eovajaI tajyaa maoqaIcaI panao garma tolaat TakunaÊ mhNajao
ÔÜDNaIsaarKo kÉna tI ÔÜDNaI Gaalauna pIz iBajavalao tr Cana. hLd ihMga vaOgaro pNa %yaatca Gaalaavao.
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Seema0618
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| Friday, November 14, 2003 - 3:50 pm: |
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me mastani: varatI dineshni sangital aahech. hi roti ghadi n ghlata latayachi asate. tasach yaat thode pandhare til ghatales tari chhaan lagatat. taji methi vaparayalahi harkat nahi. pan us madhye taji methi kadhi kadhi milat nahi.
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Bhagyjeet
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| Tuesday, March 29, 2005 - 10:35 am: |
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rajasthani daal-baati kinva battyanchi recipie konala mahiti aahe ka? asel tar plz. lavkar kalva.
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Prarthana
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| Tuesday, November 14, 2006 - 8:36 am: |
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गव्हाचा जाड्सर रवा दळून आणावा. त्यात चिमूट्भर सोडा, चवीपुरते मीठ, ओवा व थोडी साखर टाकून कोमट पाण्यात घट्ट गोळा भिजवून अर्धा पाऊळ तास ठेवावा. नन्तर त्याचे लहान लहान गोळे करून ते स्टीमर किँवा कुकर मद्ध्ये वाफ़वून घ्यावे. मग हे वाफ़वलेले गोळे निखार्यावर भाजावे व भरपूर साजूक तुपाबरोबर व पंचडाळिच्या आमटि बरोबर खावे. निखारे नसल्यास ओव्ह्न्न मध्ये भजावे. वाफ़वलेले गोळे म्हणजेच बाटीचे चार तुकडे करून तळून सुद्धा छान लाक्षतात.
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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