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Sami
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| Monday, March 03, 2003 - 7:42 pm: |
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baIÊ BarlaI vaaMgaI krNyaasaazI ³caaMgalaI hÜNyaasaazI´kahI TIPsa. vaaMgyaaMnaa caar ]Byaa Ôaka do}na masaalaa %yaat Baravaa ³masaalaa Ga+ca Asaavaa´. maga eka psarT kZ
maQao fÜDNaI k$na %yaat vaaMgaI GaalaavaIt. AaiNa AaQaI paNaI GaalaU nayao. Alagad ZvaLUna JaakNa mhNaUna
KÜlagaT taTlaI zovaavaI. mah%vaacao mhNajao taTlaIt paNaI Gaalaavao va vaaMgaI laÜ hIT var iXajaU VavaIt.
yaa paNyaacyaa vaaÔovar tI iXajatat. tsaoca kZcyaa tLalaa laagathI naahIt. dusaro mhNajao saarKo saarKo
JaakNa kaZUna ZvaLUna baGaU nayaot. naahItr masaalaa baahor yaotÜ. saaQaarNa 20 to 25 imainaTanaI rsa
hvaa Asaola tr qaÜDosao paNaI Gaalaavao. maga 10 imainaTanaI JaalaI Aahot ka baGaavao. ho kÉna baGaa. maga baGaa kXaI Cana BaajaI hÜto to²
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Dineshvs
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| Tuesday, March 04, 2003 - 9:29 am: |
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vaaMgaI Gaotanaa tI jara camak AsalaolaIÊ Aakaranao maÜzI pNa %yaamaanaanao vajanaalaa hlakI ³ mhNajao
ibayaa kmaI ´. baaho$na BaÜk nasalaolaIÊ GyaavaIt. ek BaajaIsaazI vaaprayacaI sava- vaaMgaI eka AakaracaI
AsaavaIt. mhNajao naIT iXajatat. hOd`abaadI bagaar baOngana krtanaa vaaMgaI AaQaI kapUna tLUna GaotatÊ maga vaogaL\yaa iXajavalaolyaa masaalyaat
GaÜLvatat.
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Ninavi
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| Tuesday, March 04, 2003 - 7:49 pm: |
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baIÊ vaaMgaI naohmaI tajaI vaapravaIt. gaDd rMgaacaIÊ tuktukIt. iXaLI vaaMgaI iXajaayalaa vaoL laagatÜ AaiNa
maga masaalaa vaogaLa hÜtÜ. icartanaahI ekaca baajaUnao kap doNyaapoxaa ivaÉw TÜkaMvar ekmaokaMXaI kaTkÜna
krNaaro Cod Vavaot.
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Dineshvs
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| Wednesday, March 05, 2003 - 10:23 am: |
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vaaMgaI pÜK$nahI Barta yaotat. baok krtanaa AaDvaI kapUna vaaTIsaarKI kÜrtat. vaaMgaI iXavata yaot naahIt.
tÜ p`kar karlyaasaazI vaaprtat. karlaI iXavata vaa dÜáyaanao baaMQata hI yaotat.
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Madya
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| Thursday, August 26, 2004 - 4:06 am: |
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bharalya wangyala kolhapur madhe dhakkal waangi pan mhanataat. bharalya wangyamadhe jo bharayacha masala asatoy to deto.. baarik chiralela kanda, khobare, kothimbir, tikhat, goda/kala masala, shengadana kut, mith, hey sarv eka bhandyat ghevun, haatane mix kara aani nantar wangyamadhe bharaa aani Sami ne sangitalyapramane bhaaji karaa.
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Gautami
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| Wednesday, April 05, 2006 - 4:00 pm: |
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भरल्या वान्गी च्या मसाल्याची receipt कोणी देऊ शकेल का? त्यात fresh मेथी पण घालतात. ती receipt हवी आहे.
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Milindaa
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| Wednesday, April 05, 2006 - 4:34 pm: |
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/cgi-bin/hitguj/show.cgi?tpc=103383&post=626722#POST626722 हे चालतंय का पहा, त्यात मेथी नाहीये, पण ती तुम्ही घालून घ्या
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Lalu
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| Wednesday, April 05, 2006 - 5:07 pm: |
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पण receipt कुठे आहे? ~D
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Maanus
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| Sunday, April 30, 2006 - 11:44 pm: |
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हे बघ http://mumbai-masala.com/maharashtrafood/bharlivaangi.html इथे छान माहीती आहे.
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Miseeka
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| Tuesday, September 12, 2006 - 4:47 pm: |
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मज़ी वान्गी आतुन शिजत नाहीत असे का होते? मी खरेतर जास्त तेलावर(फ़ोडणित)मसाला भरुन वान्गि ठेवलि आणि मग वरति पाण्याची खोलगट ताटलि ठेवलि तरी पण वान्गि आतुन कचि च रहातात.
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Mrinmayee
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| Tuesday, September 12, 2006 - 5:46 pm: |
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सीमा, भरली वांगी शिजायला २-३ तास लागतात. पहीला तासभर फक्त तेलाच्या वाफेवर आणि नंतर अगदी थोडं थोडं उकळीचं पाणी घालून. प्रेशरपॅनमधे पण शिजवता येतात (प्रेशर सगट). पण सुटं शिजवल्यावर चव छान येते. स्वयंपाकाच्या अगदी सुरवातीला वांगी करायला घेतली की बाकी सगळं आटपेपर्यंत ही मंद आचेवर शिजु द्यावीत. साधारण छोटी वांगी घ्यावीत. आणि दोन अडीच तासानी एखादं वांगं काढून शिजलंय की नाही ते बघता येतं.
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Psg
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| Wednesday, December 27, 2006 - 5:23 am: |
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भरली वांगी केली.. २ वेळा असं झालं की वांगी कडू बाहेरून किडलेली नाहीत, चिरतानाही आतून स्वच्छ पांढरी, पण चव मात्र कडू.. इतका छान मसाला भरलेला, पण चवच गेली सगळी.. वांगी कडू नसतील हे कसे ओळखायचे??
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Manuswini
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| Wednesday, December 27, 2006 - 7:04 am: |
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वांगी काटेरी,बुटकी असतील तर चांगली असे आजीकडुन एकले होते. भरली वांगी साठी काटेरी वांगी उत्तम. नीटसे आठवत नाही पण 'काटेरी वांगी(च) चवीला चांगली असे ती म्हणायची. बाकीचे माहीती असतील तर वरील मताला होकार देतीलच.
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Dineshvs
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| Wednesday, December 27, 2006 - 7:31 am: |
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वांग्यात थोडा कडवटपणा असतोच. वांगी कापुन त्याना मीठ लावुन काळा राप जाऊ दिला तर कडवटपणा कमी होतो. दोडका, पडवळ, दुधी वैगरे कधी कधी कडु निघते, म्हणुन चिरताना बारिकसा तुकडा चावुन बघतात. मसाल्यात लवंगा जास्त पडल्या तरी वांगी कडु होतात. काटेरी वांगी, खास करुन कृष्णेकाठची वांगी प्रसीद्ध होती खरी. पण वांग्याचे ईतके प्रकार उपलब्ध आहेत, कि असा ठोकताळा नाही करता येणार.
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Robeenhood
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| Wednesday, December 27, 2006 - 3:52 pm: |
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कृष्णेकाठी वांगी पहिली उरली नाही...
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Chakali
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| Thursday, December 06, 2007 - 5:36 pm: |
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भरल्या वांग्याची कृती आणि फोटो http://chakali.blogspot.com/2007/12/bharli-vangi.html
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Prajaktad
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| Thursday, December 06, 2007 - 7:18 pm: |
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भरली वांगी सोप्पी क्रुती नेहमीसारखिच वांगी चिरा देवुन मसाला भरुन घ्यावी, कुकरच्या भांड्याला तेलाचा पुसट हात लावुन वांगी रचावी वर झाकणी ठेवुन कुकर मधे ठेवुन एक वाफ़ शिट्टी करावी...कढईत फ़ोडणी करुन कढिपत्ता,लसुन मसाला तिखट घालुन वांगी घालावी परतुन लागेल तसे उकळिचे पाणी घालावे...झाकण ठेवुन एकच वाफ़ आणावी..कोंथिबिर घालुन वाढावी.. अशी भाजि पटकन होते...वर रस्साही छान होतो,चवितही फ़रक पडत नाही..करुन बघा.
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Maanus
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| Thursday, December 13, 2007 - 3:23 am: |
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चीकन सारखी चव येईल अशी वांग्याची भाजी कशी करायची? माझ्याकडे लहान वांगी नाही मिळत, मोठी भरताची मिळतात. आज बटाटा वांगे केले होते, चांगले झाले होते, पण जरा अजुन लाळ टपकायला लावणारे कसे करायचे.
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Zakasrao
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| Thursday, December 13, 2007 - 6:22 am: |
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चीकन सारखी चव येईल अशी वांग्याची भाजी कशी करायची? >>>>> अरे माणसा सरळ चिकनच खा ना
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Shyamli
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| Thursday, December 13, 2007 - 7:10 am: |
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चिकनसारखी वांग्याची भाजी ४ मध्यम आकाराचे कांदे, सुकं खोबरंपाव वाटी,खसखस, आलं लसूण,गरम मसाला पावडर १ चमचा,हळद, मीठ, आणि वांगी पाव कीलो (छोटी भाजीची वांगी),कोथिंबिर. तेल कांदा जरासं तेल घालुन चकत्या करुन तव्यावर भाजुन घ्यावा(मी अक्खेच कांदे भाजते डायरेक्ट गॅसवर) तसच सुकं खोबरं आणि खसखस पण तव्यावर भाजुन घ्यावं(तेल न घालता) आता हे भाजलेलं खोबरं आणि खसखस मिक्सरमधे पाणि न घालता बारिक करुन घ्यायचं. कांदा आल-लसुण आणि कोथिंबीर हे थोडस पाणी घालुन एकदम बारीक वाटण करुन घ्यायच वांगी चरे देउन किंवा फोडी करुन. कढईमधे तेल गरम झालं की त्यात थोडा बारिक चिरलेला कच्चा कांदा परतुन घ्यायचा मग कांद्याच वाटण घालायचं, तिखट चविनुसार, गरम मसाला, थोडीशी हळद, मग बारिक केलेल खोबरं आणि खसखस घालायच चांगल तेल सुटायला लागलं की वांगी घालायची वांगी परतुन घ्यायची आणि रस्सा हवा त्याप्रमाणात गरम पाणी, शेवटी मीठ आणि वाढताना कोथींबीर
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Maanus
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| Thursday, December 13, 2007 - 9:33 pm: |
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धन्यवाद लहान वांगी मिळाली की बघतोच try करुन. चिकन नको वाटायला लागलेय आजकाल, म्हणुन वांगी.
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Savani
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| Thursday, December 13, 2007 - 11:29 pm: |
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हाच मसाला भरून दोडक्याची किंवा ढोबळी मिरचीची पण भाजी छान लागते. मी कधी कधी बेबी पोटॅटो पण ह्या पद्धतीने करते.
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चोखंदळ ग्राहक |
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महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
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व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
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पांढर्यावरचे काळे |
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गावातल्या गावात |
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तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
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आरोह अवरोह |
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शुभंकरोती कल्याणम् |
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विखुरलेले मोती |
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हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
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