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| | Dineshvs 
 |  |  |  | Saturday, June 11, 2005 - 12:32 am: |       |  
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 rcanaaÊ ha vhoja  BBQ  caa  BB  Aaho trI pNa maagaNaI kolaIya mhNauna.
 
 iKmaa Barlaolao baTaTo.
 pava iklaÜ iKmaa Qauvauna inaqaLuna Gyaavaa.
 maga Aalao va kaMda Gaalauna AQa-vaT iXajavaavaa. garma masaalaaÊ jara jaast itKT Gaalauna prtuna Gyaacaa.
Ôar kÜrDa kÉ nayao.
 baaTaT\yaanaa pÜKÉna Gyaavao. %yaalaa Aatuna maIz caÜLavao. %yaat ha iKmaa Baravaa. maga baTaTo Ôa^lamaQao
gauMDaLuna  BBQ  kravao.
 to Jaalao kI ]Bao kapavaot. vaÉna qaÜDo tola Gaalaavao. caaT masaalaa iXavaravaa.
 
 XaakaharI laÜkanaI ihrvao vaaTaNao BarD vaaTuna ikMvaa F,laa^var iksauna puZIla Ìit kravaI. saarNa jara
jaast masaalaodar hvao.
 
 
 |  | | Sayonara 
 |  |  |  | Thursday, August 11, 2005 - 1:11 pm: |       |  
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 idnaoXaÊ AsaM maI caIjacaM imaEaNa kolaM hÜtM masaalao GaalaUna.
 (avaoLI  BBQ  laa baTaTo KUp ]rlao hÜto. mhNaUna %yaacyaa cak%yaa kÉna  BBQ  kolao. AaiNa  zip lock  maQyao baTaToÊ maIzÊ  herb salt  vagaOro GaalaUna Xaok kolaM. (a pwtInaohI Cana laagalaM
 
 
 |  | | Dineshvs 
 |  |  |  | Thursday, August 11, 2005 - 2:57 pm: |       |  
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 saayaÜnaaraÊ maaJyaa pNa AavaDIcaa p`kar.
 kccyaa baTaT\yaat Ëa^sa kÉna masaalaodar caIja Barayacao maga to Ôa^lamaQao gauD,aLayacao. ³Asao kolyaanao
saala krpuna maa~ hÜt naahI. va baTaTa kÜrDa pDt naahI´ maga tÜ Baajalaolaa baTaTa Ëa^sa varcyaa baajaulaa
zovauna caarI baajaunao jara dabaayacaa mhNajao Aatlao imaEaNa pa^p hÜto.
 
 
 
 |  | | Sayonara 
 |  |  |  | Thursday, August 11, 2005 - 8:47 pm: |       |  
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 AamhI Ëa^sa na krta baTaTa pÜKÉna Aat BarlaM. nausatM  bbq  bar jaaLlaM tr Baajyaa kÜrD\yaa pDtat.%yaamauLo vaÉna jara  cooking spray  fvaarlaa kI Cana laagatM ikMvaa nausatM ba`Xa nao tola laavalaM kI purtM. [kDo ek yaakIinakU naÜ taro
mhNajao BaajalaolaM  meat  bauDvaUna Kayalaa saa^sa imaLtÜ %yaat  BBQ  cyaa kuzlyaahI Baajyaa  even  pnaIr pNa bauDvalaM kI mast laagatM.
 
 
 |  | | Seema_ 
 |  |  |  | Thursday, June 08, 2006 - 5:51 am: |       |  
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 पुदिनावाले आलु
 
 आपली नेहमीची हिरवी चटणी करुन घ्यावी. (  पुदिन्याची पाने  , हिरव्या मिरच्या,कोथींबीर,जिर,ओले खोबरे,साखर,लिंबु,मीठ घालुन )
 लहान बटाटे (  baby potato  )  थोडावेळ  boil  करावेत .
 साल काढुन फ़ोर्क ने टोचुन घ्यावेत.
 आता चटणी , एक चमचा  butter   ,   black salt  किंवा चाट मसाला , दोन चमचे  corn flour  आणि मीठ एकत्र कराव .
 त्यात बटाटे घालुन थोडावेळ ( १५ मिनिट )  ठेवावेत.
 नंतर  aluminium foil  मध्ये गुंडाळुन साधारण १० ते १५  Grill  मिनिट करावेत.
 
 
 
 |  | | Prady 
 |  |  |  | Thursday, June 08, 2006 - 12:39 pm: |       |  
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 सीमा ग्रिल करताना  temperature  किती ठेवायचं गं? छान आहे क्रुती.  skewer  मधे घालून डायरेक्ट  BBQ  पण करता येतील ना हे.
 
 
 |  | मका-पनीर- सिमला मिरची
 साहीत्य:
 ४ सिमला मिरच्या (लहान आकाराच्या मिळाल्यास उत्तम, अख्ख्या पोखरून घ्याव्यात, पण जाडजूड मिळाल्या तर बिया काढून एकाचे ४ तुकडे)
 अर्धी वाटी बारिक कुस्करून पनीर
 अर्धी वाटी मक्याचे दाणे (लसूण मिरचीबरोबर वाटून)
 लसूण्-हिरवी मिरची वाटून- १ लहान चमचा
 मीठ
 अर्धा चमचा चाट मसाला
 कृती:
 सारणाचं साहित्य एकत्र करून हे पनीर्-मक्याचं सारण पोखरलेल्या मिरचीत दाबून भरावं. त्यात टूथपिकनी छिद्र करून (मिरचीला छिद्र न पडू देता) थोडसं तेल सोडावं. मिरच्यांना वरून तेल लावून ऍल्युमिनम फॉईल मधे (प्रत्येक मिरचिची वेगळी पुरचुंडी) मोदकासारखं गुंडाळावं.
 तापलेल्या ग्रिलवर ५-७ मिनिटं भाजून, नंतर फॉईल उघडी करून २-३ मिनिटं ठेवावं.
 तयार खीमा घालून पण या मिरच्या ग्रील करता येतात.
 
 
 |  | | Moodi 
 |  |  |  | Monday, August 14, 2006 - 5:24 pm: |       |  
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 मऽऽस्त कृती. पण सध्या बाहेर बार्बेक्यु शक्य नाही, जाम पाऊस.
  साध्या ओव्हनमध्ये घरी अवश्य होईल. धन्यवाद गं.  
 
 |  | | Dineshvs 
 |  |  |  | Tuesday, August 15, 2006 - 4:29 pm: |       |  
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 मृणमयी, छान कृति. अश्या प्रकाराना पुर्वी मराठीत गुपचुप असा शब्द होता. म्हणजे गुपचुप बटाटे वैगरे. त्यावेळी बार्बेक्यु नसल्याने, ते पदार्थ तळत असत.
 वरच्या कृतित मिरची थेट  BBQ  केली तरी चालेल असे वाटतय. साले जळली तर खमंग चव येईल.
 
 
 |  | | Mrinmayee 
 |  |  |  | Wednesday, August 16, 2006 - 1:41 am: |       |  
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 दिनेशदा, 'गुपचुप' हा शब्द, अश्या कृतीसाठी नव्हता माहीती! तुम्ही म्हणालात तसंच केलं होतं मी, मिरची सरळ ग्रिल वर ठेवली. पण त्यातलं पनीर जरा रबरी झालं (तसं तर मी मिरचीच्या देढाकडे जी तबकडी होते, मिरची कापून पोखरताना, तीच झाकली होती). आच जास्त झाली असेल का? शेवटी फॉईल गुंडाळली पुढल्या बॅचला तर जरा बरं लागलं पनीर चवीला! काही उपाय सुचवाल का जेणेकरून मिरची छान खमंग भाजल्या जाईल आणि पनीर देखील मऊ राहील?
 
 
 |  | | Dineshvs 
 |  |  |  | Thursday, August 17, 2006 - 1:18 am: |       |  
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 बाजारी पनीर वापरले तर असे होईल, कारण त्यातले बरेचसे पाणी काढुन टाकलेले असते. त्यात थोडे क्रीम घालुन ओलसरपणा आणला तर ते रबरी होणार नाही. मक्याचे दाणे पण वाफवुन घ्यावेत. म्हणजे शेवटी फक्त मिरचीच कच्ची राहिल. ति भाजली कि झाले.
 घरगुति छाना वापरला तर तो ओलसरच राहिल. आणि त्याहुन सेफ़ रहायचे असेल तर सारण वेगळे शिजवुन घ्यावे, व मिरच्या थेट ज्वाळेवरच चार कराव्यात.
 बार्बेक्यु, ग्रिल वैगरे नसले तर मिरच्या पॅनमधे रचुनहि हे करता येईल. थोडावेळ झाकण ठेवले कि झाले. मिरच्या शिजतील.
 
 
 |  | | Mrinmayee 
 |  |  |  | Thursday, August 17, 2006 - 1:18 pm: |       |  
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 Thanks  दिनेशदा! पुढल्या बारबीक्युला नक्की क्रीम घालून करून पाहीन. इथे दुधात ईतके स्टबीलायझर्स घालतात की फाटता फाटत नाही दूध छाना करायला. आता ऑरगॅनिक दूध वापरून बघेन.
 
 
 |  | | Dineshvs 
 |  |  |  | Thursday, August 17, 2006 - 5:06 pm: |       |  
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 हे दुध तापवुन जरा कोमट करुन त्याला विरजण लावायचे आणि अधमुरे दुध तापवायचे. हा प्रयोग बहुदा यशस्वी होतो.
 
 
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| चोखंदळ ग्राहक |  |  
| महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |  |  
| व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |  |  
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| शुभंकरोती कल्याणम् |  |  
| विखुरलेले मोती |  |  
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| हितगुज गणेशोत्सव २००६ |  |  
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