|
Karadkar
| |
| Tuesday, May 29, 2007 - 5:18 pm: |
|
|
मेघा, माठाची भाजी म्हणतात त्याला. बारीक चिरुन घे, भरपुर लसुण पाकळ्या (एका पेंडीला साधारण ९ ते १० बरीक पाकळ्या) तेलाची जिरे मोहोरी घलुन फ़ोडणी कर त्यात लसुण घाल. १ मिनीटात भाजी घाल. त्यावर मीठ घाल. मीठ कमी घाल भाजीच्या volume वर जौ नको नाहीतर खारट होते. त्यावर झाकण ठेव. गस बारीक कर. साधरण २-३ मिनिटात भाजी वाफेने खाली बसते. आता भाजी व्यवस्थीत परतुन घे. झाली तयार भाजी.
|
|
हितगुज गणेशोत्सव २००६ |
|
|
|
चोखंदळ ग्राहक |
|
महाराष्ट्र धर्म वाढवावा |
|
व्यक्तिपासून वल्लीपर्यंत |
|
पांढर्यावरचे काळे |
|
गावातल्या गावात |
|
तंत्रलेल्या मंत्रबनात |
|
आरोह अवरोह |
|
शुभंकरोती कल्याणम् |
|
विखुरलेले मोती |
|
|